अहमदाबाद से लंदन जा रहा है एअर इंडिया के प्लेन क्रैश की वजह से लगभग 300 लोगों की मौत हो गई उसमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी शामिल थे।
गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी का लकी नंबर 1206 देखा गया 1206 यहां उनके पुराने स्कूटर से लेकर उनकी नई गाड़ी पर यही नंबर था और जिस दिन उनकी मौत हुई वह तारीख भी 12/06 ही थी न्यूमैरोलॉजी (Numerology) के हिसाब से अगर इस नंबर को जोड़ें तो यह 9 आता है और न्यूमैरोलॉजी के हिसाब से यहां शुरुआत(Starting), अंत(ending) या कार्मिक(Karmic) नंबर माना जाता है।
विजय रुपाणी इस नंबर को लकी नंबर मानते थे उनके पहले स्कूटर का नंबर GJ03DE1206 था जबकि उनकी कर का नंबर GJ03HK1206 था. उनका सीट नंबर भी 12 ही था और जब उन्होंने फ्लाइट बोर्ड की उसे वक्त भी 12:10 हो रहे थे उन्होंने यह सोचा नहीं होगा कि जो उनका Lucky नंबर है वह उनके लिए Unlucky की साबित हो जाएगा।

क्यों जा रहे थे विजय रुपाणी लंदन
मेरी जानकारी के मुताबिक विजय रुपाणी अपनी पत्नी अंजलि बेन रुपाणी जो कि पिछले 6 महीने से अपनी बेटी के साथ लंदन में रह रही थी उन्हें वापस भारत लेने के लिए जा रहे थे इसी बीच या हादसा हुआ बता दें की विजय रुपाणी की बेटी राधिका रुपाणी और उनके पति लंदन में ही सेटल्ड थे।
क्या करती है विजय रुपाणी की बेटी राधिका
पैसे से राधिका चार्टर्ड अकाउंटेंट है उन्होंने अपनी शुरुआत की पढ़ाई अहमदाबाद के एच एल कॉलेज ऑफ कॉमर्स से की वहां से उन्होंने बीकॉम करते हुए चार्टर्ड अकाउंटेंट की भी तैयारी की उसके बाद 2015 में उनकी शादी चार्टर्ड अकाउंटेंट निमित्त मिश्रा से हुई शादी के बाद दोनों पति-पत्नी लंदन में ही सेटल्ड हो गए राधिका का एक बेटा भी है जिसका नाम शौर्य है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक विजय रुपाणी का जन्म वर्मा म्यांमार में 2 अगस्त 1956 में हुआ था विजय रुपाणी के पिता रमणिक लाल रुपाणी तब व्यापार के सिलसिले में रंगून में रहते थे।जब उन्होंने बर्मा में हालात बिगड़ते हुए देखा तो वह अपने परिवार के साथ गुजरात के राजकोट लौट आए।विजय रुपाणी ने अपनी शुरुआती शिक्षा राजकोट से की। व्यपारी परिवार होने के बाद भी विजय रुपाणी का झुकाव सियासत और समाज सेवा की ओर रहा।
विजय रुपाणी ने अपने छात्र जीवन में स्वयंसेवक संघ आरएसएस(RSS) से जुड़े इसके बाद उन्होंने बीए(BA), एलएलबी(LLB) की डिग्री ली।आपको बता दे की 1971 में लगी इमरजेंसी में वह जेल भी जा चुके हैं।विजय रुपाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का करीबी भी बताया जाता है।सौराष्ट्र कच्छ इलाके में बीजेपी के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय विजय रुपाणी को दिया जाता है।
विजय रुपाणी अपना ताल्लुक जैन समाज से रखते हैं. 2016 में विजय रुपाणी गुजरात के सीएम बने उन्होंने आनंदीबेन पटेल की जगह ली। फिर 2017 में हुए गुजरात चुनाव में बीजेपी की जीत के बाद विजय रुपाणी को दूसरी बार सीएम पद मिला। सितंबर 2021 में बीजेपी ने गुजरात का कम बदला और इसके बाद विजय रुपाणी ने अपनी कुर्सी छोड़ संगठन के काम में जुड़ गए।